रसोईघर उन वातावरणों में से हैं जिनका घर पर सबसे अधिक प्रभाव होता है और जिसमें विभिन्न सजावटी शैलियों को लागू कर सकते हैं जिनमे वो या तो खुले फर्श नक़्शे में घर के बाकि हिस्से से जुड़ा रहेगा या तो अपना अलग अस्तित्व स्थापित करेगा। किसी भी कमरे के सजावट के विचारविमर्श दौरान उनके मुख्य केंद्रों को सजाने के फर्नीचर और सज्जा के वस्तुओ का चयन सबसे पहले होता है ताकि घर को पूर्ण रूप से प्रकाशित करने का मानचित्र बना सकें।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि रसोईघर का मुख्य फर्नीचर खाने का बार और इसके पास सजे कुर्सियों है जो यहाँ पर बैठ कर खाने में मदद करते हैं । ज़रुरत के मुताबिक आप इस स्थान पर सिर्फ मामूली स्टूल या ऊँची कुर्सियां रख कर काम निपटा सकते हैं लेकिन इन्हे थोड़ा ध्यान देकर अनुभवी बढ़ई द्वारा रसोई सज्जा अनुसार बनवाकर या खरीद कर इसे और आकर्षक बना सकते हैं। अगर आपको इस तरह का कार्यात्मक सज्जा असामान्य लग रहा है तो इस विचारपुस्तक के डिजाइनों को देखे, आप इन्हे ज़रूर अपनाना चाहेंगे।
पुराने शैली के फर्नीचर सबको पसंद हैं क्योकि वे किसी भी साधारण से रसोई में अद्वितीय प्रस्तुति के साथ आकर्षक रूप भी जोड़ सकते हैं। इस सज्जा में बार के पास सजी पुराणी शैली की लाल कुर्सियों जो लाल दीवार से मेल बनाये रखे हैं ताकि रसोईघर आकर्षक लगे।
आकर्षक रंगों के सजावटी तत्वों को खरीदना आसान है, क्योंकि वे नेत्रों और दिमाग को अच्छे लगते हैं, और ज़्यादातर इन चीज़ो को बिना सोचे-समझे इन वस्तुओ को खाईद लेते हैं लेकिन ये आमतौर पर सज्जा के दौरान एक दुसरे से अलग होने के कारन हर क्षेत्र में विषमता लातें हैं। इस तरह हलके रंगो से रचित अल्मुनियम की कुर्सियां यहाँ के दीवारों से संतुलन बनाये रखे हैं जिससे रसोई के वातावरण में शान्ति बनी हुई है।
स्टील के फ्रेम पर सजी खपची की बनी कुर्सियां एक क्लासिक प्रकाश सामग्री है, जो किसी भी सज्जा शैली से सजे रसोईघर में अच्छे लगते हैं। ये देखने में जितने आकर्षक लगते हैं उतने ही मजबूत भी है इसीलिए रसोईघर में भोजन करने के लिए और इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए भी काम आ सकता है । अपने खपची की कुर्सियों को रसोईघर में सफलतापूर्वक इस्तेमाल करने के लिए हलके रंगो की खपची का संगम गहरे रंग के लकडी या स्टील जैसे तगड़े धातु के साथ कीजिये ताकि अंतिम उत्पाद इस तरह आकर्षक हो।
यह कुर्सियां अपने डिजाइन में बनानेवाले की हस्तकला की कुशलता को दर्शाता है। वैसे तो इनका आकर और अंदाज़ ऐसा है की ये घर के किसी भी हिस्से में आराम से सजाये जा सकते हैं क्योकि बेज और भूरे रंग हर स्थान पर मेल कहते हैं । छोटे आकर के कारन कम स्थान में बैठने के लिए ज़ियादा जगह प्रदान करता है और आपके घर में सम्मेलनों के दौरान बहुत अच्छा काम करता है।
यहाँ रखी कुर्सियों रसोई में मौजूद अन्य तत्वों के साथ रंग और सज्जा शैली से जुड़े हैं भले ये दीवार के रंग के विपरीत हैं पर दृष्टि में बिलकुल आक्रामक नहीं हैं। इस रसोईघर में रंगों का मिश्रण उस शैली पर निर्भर करेगा जो इस स्थान पर अपनाना चाहते हैं और यहाँ धातु फ्रेम की कुर्सियों रंगो के कारन कमरे में संतुलित स्पर्श है।
सुन्दर और निर्दोष रसोई की चाहत आपको लकड़ी के गर्मजोशी के करीब ले जाएगी पर उनके साथ अगर इस तरह का लोहे के जालीदार कुर्सियां हों तो रसोई में जटिल पैटर्न से अच्छा तालमेल बैठता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस तरह के फर्नीचर से आपका रसोईघर एक चौंकाने वाला और अद्वितीय स्थान बनेगा ।
किसी भी क्षेत्र को कलात्मक रूप देने के लिए साधारण सफ़ेद दीवारों के पृस्ठभूमि में इस तरह की पारदर्शी कुर्सियों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तरह के औद्योगिक शैली रसोईघर में आंतरिक सज्जा की सामग्रियों का मिलना मुश्किल होता है इसलिए सस्ते के बजाय ब्रांडेड कुर्सियों में निवेश करना समझदारी होगा जो दीर्धकाल तक आपका साथ दे ।
इस तरह लकडी से रची कुर्सियां अनुबंधित और विचारशील डिजाइन का प्रतीक है। यदि आप स्टूल की जगह कुर्सी तलाश कर रहे हैं तो इस तरह का उज्जवल फर्नीचर का चयन करें जो आवास की समृद्ध और समकालीन शैली को प्रशंसोक्ति करेगा। सफ़ीद दीवारों की पृस्ठभूमि और लकडी का छोटा द्वीप समकालीन रसोई और सफेद सजावट रसोई में उज्ज्वल रंग और रौशनी के साथ मिलकर तालमेल बनाये रकते हैं।
घर को एक आधुनिक विशिष्टता प्रदान करना है तो इन अनूठे स्टूल के विचार पुस्तक को ज़रूर देखें ।