सरल और कार्यात्मक रसोई की अवधारणा ने आंतरिक डिजाइनों की दुनिया में क्रांति ला दी है। लोग बिना किसी विवशता के तेजी से आधुनिक और आकर्षक रसोई रचनाओं की और आकर्षित हो रहे हैं जो उनकी आवश्यकताओं को समायोजित कर सकते हैं। पुराने दिनों में जहाँ रसोईघर सिर्फ तीन वक़्त का खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होता था आजकल वह बहुउद्देशीय हो गया है। इन दिनों रसोईघर में नयी अनुवृद्धियाँ हुई है जैसे नाश्ते के कोने, बारबेक्यू केंद्र, बेकिंग का द्वीप इत्यादि जिससे उनके आधुनिक उपकरणों में उत्पत्ति होने के साथ-साथ उनका कार्यस्थल और कार्यभार भी बढ़ गया है।
साधारण और सुरुचिपूर्ण रसोईघर भी प्रभावी खाना पकाने के लिए सुव्यवस्थित कार्यस्थल की ज़रुरत है इसलिए इस विचारपुस्तक द्वारा 9 अलग-अलग रसोई डिजाइनों को उजागर करने जा रहे हैं जो कि किसी को भी प्रभावित करने में सक्षम हैं। ये रसोईघर छोटे और बड़े आकार के घरों के लिए आदर्श हैं और हमें यकीन है के इनमे से कुछ नमूनों को देखकर निश्चित रूप से आपको सुखद आश्चर्य होगा।
इस डिजाइन में विशेष उल्लेख का केंद्र रसोई की खुली अलमारियों में रखे रंग-बिरंगी डब्बो और मर्तबानो का है जिसमे अचार और अनाज सावधानीपूर्वक व्यवस्थित किये गए हैं । इस परंपरागत रसोईघर में दिन के दौरान खिड़की से सूर्य के प्रकाश और ताज़ी हवा का आना-जाना लगा रहता है जिससे
इस कार्यस्थल में कार्य करना आनंदमय है ।
अगर आपको ये किचन डिजाइंस पसंद आये और आप थोड़ा और ढूंढ़ना चाहते है तो इन अद्भुत भारतीय किचन डिजाइंस को ज़रूर देखें ।
एक चमचमाता सफेद रसोईघर सभी प्रकार के रसोई अंतरिक्ष के लिए उपयुक्त है। यह न केवल प्रभावशाली और सौम्य है बल्कि डिजाइनर टाइल्स से भी है शुशोभित है । यह न्यूनतम शैली के रसोईघर में सफ़ेद काउंटरटॉप का विशेष योगदान है और बाकि उपकरण जो द्वीप-शैली जैसे कार्यस्थल पर हैं, सब मिल कर खाना बनाने के कार्य को मज़ेदार बनाते हैं।
अधिकांश भारतीय परिवारों को विस्तृत और उच्चतम रसोईघर लंबे समय से पसंद है क्योकि उस दौरान सयुंक्त परिवार का चलन था और सारी औरतें मिल-बाँट कर परिवारजनों के लिए खाना बनाती थी। आपके सामने जो खूबसूरत रसोईघर का नमूना है, वो भले ही साधारण एल के आकार का हो लेकिन विस्तृत फैलाव के कारण उसमें भंडारण के लिए अलमारियाँ, कार्य करने के लिए पर्याप्त अकार के काउंटर और किचन द्वीप सभी दिलचस्प तरीके से इसकी शोभा बढ़ाते हैं ।
ईंटों का घर के अंदर प्रदर्शन करना पहले बुरा माना जाता था, लेकिन प्राकृतिक डिजाइनों के प्रचलन ने आजकल इस प्रथा को डिजाइनरों के बीच लोकप्रिय बना दिया हैं। चित्तीदार मंजिल डिजाइन और पुरानी दिखने वाली चित्रित दीवारों को नोटिस करें- ये सभी इस खूबसूरत खाना पकाने वाले क्षेत्र के आभास को उत्थान करने में योगदान करते हैं।
पुराने किचन डजाइनरो ने रसोई के लिए काले सज्जा वस्तु और दीवारों के उपयोग के विचार का विरोध किया लेकिन नए सज्जाकारो ने इनका इस्तेमाल करके इन मान्यताओं को भी झुटला दिया है। उज्ज्वल पीले फर्श और काली काउंटर जो कि चमकदार धातु के फर्नीचर के समिल्लित किये गए है, रसोईघर को एक अनोखा अंदाज़ देते है।
यदि आप नियोजन के बिना काम करना शुरू करते हैं, तो रिक्त स्थान अक्सर सिरदर्द बन जाते हैं। मगर इस रसोईघर डिजाइन से आप महसूस
कर सकते हैं की किस तरह रसोईघर बनाने के लिए बेढंगे जगह उपलब्ध होने पर भी कार्यात्मक
रसोई का निर्माण हो सकता है
। इस रसोईघर में प्राकृतिक रोशनी और खाली स्थान होने के साथ दो विस्तृत काउंटर
भी है जिन्हे ज़रुरत के मुताबिक एक-दूसरे से स्थानांतरित भी किया जा सकता है।
कभी सोचा है की कैसा होगा चमकीले रंगों, नुमाइशी सजावट, और विभिन्न कार्यात्मक तत्वों के साथ सजा एक छोटे रसोईघर ? यह रसोईघर काम-उम्र और अविवाहित लोगों के इस्तेमाल के लिए बनाया गया है इसीलिए चमकीले रंगों और अनभ्यस्त सज्जा से इसे बनाया गया है ताकि यहाँ कम रखरखाव की ज़रुरत हो ।
खुला स्टाइल रसोई देखने में भले उत्कृस्ट लगे लेकिन उन्हें नियमित सफाई की आवश्यकता होती है, क्योकि खुला होना के कारन बैठक और भोजन कमरे से वे अपनी त्रुटियों के साथ आसानी से दिखाई देते हैं। लेकिन इसका लाभ यह है कि नया सजावट की सामग्री वहां भी रख सकते हैं और आसानी से इसे अपने घर के अन्य क्षेत्रों के साथ आत्मसात कर सकते हैं। इस डिज़ाइन को अपनाते वक़्त रसोई में खिड़की जरूरी रखे ताकि खाना पकाने के सुगंध घर के बाकी हिस्सों में न फैले।
भारतीय घरों के लिए एल-आकार के रसोई घर सबसे सामान्य किस्मों में से एक क्योकि ये सबसे अच्छे तरीके से अंतरिक्ष की बचत करते हैं । दुसरे लोकप्रिय रसोईघर आकारों की तुलना में ये सबसे अधिक सुविधाजनक हैं जो छोटे से अंतरिक्ष में भी भंडारण, भारी कार्यक्षमता रखने वाला काउंटर स्पेस और पैदल क्षेत्र के बीच सही संतुलन बनाये रखता है।