9 पूजा कक्ष डिजाइन

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पूजा कक्ष भारतीय घरों का केंद्र है जहाँ परिवारजान अपने ईस्ट देवी-देवताओं के चित्र या मूर्तियां रख कर उनके सामने सुबह श्याम दिया और धुप जलाकर अपने भक्तिभाव का प्रदर्शन करते हैं। चाहे इस कार्य के लिए अलग कमरे का इस्तेमाल हो या कोने में रखा पूजा मंदिर, पूजा कक्ष की सजावट हमेशा अद्भुत होना चाहिए। आजकल जगह की कमी के कारन छोटे अंतरिक्ष वाले घरो में लोग आम तौर पर भोजनक्षेत्र, रसोईघर या शयनकक्ष में ही छोटे तैयार मंदिर को स्थापित कर पूजा करते हैं। 

लेकिन इस विशेष विचार पुस्तक को हमने यहाँ विशेष रुप से उन पूजा क्षेत्रों को प्रदर्शित किया है जिन्हे सजाने के लिए होमिफ़य के आंतरिक डिजाइनरों ने कमरे का पूर्ण इस्तेमाल किया है। इस तरह के उदारपूर्वक मंदिर पूजा और धयान दोनों के लिए इस्तेमाल होते हैं जिन्हे ज़रुरत के मुताबिक सजावट कर सकते हैं।

1. एक शाही पूजा कमरा

मंदिर के मानिंद सुसज्जित यह पूजा कक्ष संगमरमर के टाइल्स ओर रौशनी के सुन्दर समायोजन के कारन शानदार और शाही है,लगता है । इसे दिव्या ओर अलौकिक बनाने के लिए पीछे के दीवार को अद्वितीय अर्ध-पारदर्शी सामग्री के साथ सजाया गया है और कांच के दरवाजे भी ऐसे कि दरवाजे बंद होने पर भी भगवान की झलक प्रदान करें। रोशनी और खूबसूरती से तैयार की गई चांदी की मूर्तियों, दीपक, घंटी और सिंहासन के साथ सजे इस पूजा जगह को सुरुचिपूर्ण बना रहा है रौशनी का खिलवाड़ जो हर भक्तिभाव मन को निमंत्रण भेजता है।

कुछ ओर पूजा घर देखना चाहे तो इस विचार पुस्तक को ज़रूर जाचे ।

2. लकड़ी की गर्माहट से जुड़ा

एक खूबसूरत लाल गलीचा और खूबसूरत लकड़ी के अलमारियाँ के ऊपर  ग्रेनाइट  की इकाई, ओर फ्रॉस्टेड कांच के दरवाज़े पूजा कक्ष में इन सभी की जरूरत है। पूजास्थल के निचे के लकड़ी की अलमारियाँ सभी प्रार्थना या ध्यान गृह में भण्डारण के लिए अनिवार्य होते हैं, ओर यहाँ दीवार पैनल में विभिन्न देवताओं की तस्वीरें सजी है जिसमे सामने खड़े होकर या बैठकर ध्यान ओर पूजा दोनों लगनबद्ध होकर किया जा सकता है।

3. जब कोई सीमा न हो

लकड़ी और संगमरमर ने इस खूबसूरत पूजा क्षेत्र के निर्माण में शांति और सामंजस्य पैदा करने के लिए संपूर्ण योगदान दिया है। इस कक्ष के हर भाग को पूर्ण भक्तिभाव के साथ सजाया गया है जो इसके सुंदर नक्काशीदार मंदिर की मुख्य वेदी पर दिखाई देता है। कई लोग लकड़ी के मंदिरों के विकल्प चुनते हैं लेकिन उनसे ज्यादा सुंदरता संगमरमर के इस पूजाघर में है जहाँ वर्ग की अद्वितीय भावना है। ये भव्य पूजाघर उन घरो के लिए सबसे उपयुक्त है जहाँ स्थान ओर पैसो को कोई कमी न हो ओर पारम्परिक मूल्यों का ध्यान रखा जाये ।

4. नक्काशीदार दरवाजे से सुसज्जित

भंडारण इकाई से जुड़ी यह पूजा रूम दोहरे उद्देश्य से काम करता है, यह डिजाइन आधुनिक ओर पारम्परिक तत्वों से जुड़ा होने पर भी अंतरिक्ष बचाता है। एक अत्यंत खूबसूरत नक्काशीदार दरवाज़े से सजा ये पूजा कक्ष शैली ध्यान के लिए उपयुक्त है क्योकि दरवाज़ा बंद कर देने से अंदर शांत वातावरण बन जाता है। पृष्ठभूमि के ऊपर चमचमाती रोशनी आस-पास के तत्वों को ऐसे उजागर करती है के आप सर्वशक्तिमान के साथ ध्यानमग्न होकर, कुछ पल या घंटे बिताने से अपने आप को रोक नहीं  सकते।

5. उज्जवल तत्वों का समीकरण

सफेद जालीदार संगमरमर की पृस्ठभूमि और हलकी रौशनी में किसी भी स्थान को दिव्य और अद्भुत दिखाने की चमक है जो बात इस कमरे में उजागर है। सिर्फ दो तीन फ्रेम के बीच सफेद संगमरमर की मूर्ती से सजा पूजा स्थल यह दर्शाता है की भक्ति भाव प्रेरित करने के लिए भव्य पूजाघर नहीं बल्कि शांत और स्वच्छ वातावरण की ज़रुरत होती है जो के इस खूबसूरत स्थल में है।

6. परंपरागत डिजाइन

जालीदार पृस्ठभूमि और दरवाज़ा इस पूजाघर को विभाजन करने के साथ-साथ घर के अंदरूनी हिस्सों  से जोड़ता भी है ताकि परंपरागत स्पर्श महसूस हो । सिमित मूर्तियों और तस्वीरो से सजे इस न्यूनताम पूजा घर में छोटे दिए ओर हलकी रोशिनी में झरोखो के कारन अंतरिक्ष न केवल को बड़ा दिखता है, बल्कि अधिक हवादार भी है।

7. दिव्या अंतरिक्ष

पूजा कक्ष को अधिक दिव्य ओर आकर्षक बनाने की बात आती है तो प्रकाश एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है क्योकि डिस्को लाइट से भरे कमरे में शांतिपूर्वक पूजा की कल्पना नहीं कर सकते। शीर्ष पर स्थित सीलिंग से लटकते दिए और पृस्ठभूमि पर सुन्दर कशीद्कारी इस अंतरिक्ष को और अधिक दिव्य महसूस करने के लिए पर्याप्त हैं। यह आधुनिक डिजाइन रौशनी ओर कलाकारी का एक अच्छा उदाहरण है जिसमे समान रंगीन पर्दे और कालीन भी जोड़ सकते हैं।

8. काच ओर लकड़ी की कलाकारी

भारतीय घरों में मंदिर की नियमित शैली, बहुत सारे छोटे-बड़े, चित्रों, मूर्तियों तथा अन्य पूजा तत्वों के सुसज्जित एक सुरक्षित स्थान होता है जहाँ नित्य प्रति दिन दिया या अगरबत्ती जलाया जाता है। यहां पूजा घर को रसोई ओर भोजनगृह के बीच वास्तुशास्त्र के नियमो के अनुसार स्थापित कर संगमरमर के फर्श से सुसज्जित किया गया है। खूबसूरत लकड़ी ओर काच के तत्व इसे ओर भी आकर्षक ओर न्यूनतम बनाते हैं।

9. सादगी में सौंदर्य

पूजा के लिए शांत और एकांत स्थान का सृजन करना आसान नहीं इसलिए ये सुन्दर उदाहरण पर ज़रूर ध्यान दें जहाँ एक ओर दीवार में धातु पेंट के उपयोग से पृष्ठभूमि पैनल पर श्लोक या धार्मिक प्रतीकों को चित्रित करके भक्तिपूर्ण माहौल बनाया गया और दुसरे ओर खूसूरत संगमरमर की मंदिर सुसज्जित हैं। सीमित तत्वों से सजा यह सौम्य पूजा घर अनोखी शैली और सफ़ेद रंग के चमक के साथ पूरे कमरे और वायुमंडल को उजागर करता है और सर्वशक्तिमान के प्रति समर्पण की सच्ची भावना का उदाहरण देता है।

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